सी1, ए5: एक तरफ़ तो मार्क और मेमो सींग वालों से निपटने की तैयारी में लगे हैं, वहीं दूसरी तरफ़ बेकी मार्क की माँ को समझाने की कोशिश करती है कि उसे कोई वहम नहीं है। लेकिन तभी अचानक किस्मत एक करवट लेती है--

सी1, ए5: एक तरफ़ तो मार्क और मेमो सींग वालों से निपटने की तैयारी में लगे हैं, वहीं दूसरी तरफ़ बेकी मार्क की माँ को समझाने की कोशिश करती है कि उसे कोई वहम नहीं है। लेकिन तभी अचानक किस्मत एक करवट लेती है--