सी1, ए2: इंसान को जीवन में कहीं न कहीं विराम लेना होता है। स्थायी घर, आपके प्रिय मित्र के बिना जीवन के महत्वपूर्ण कार्य पीछे छोड़ने से अक्सर इसकी भरपाई करनी होती है। कोम्यून का इन-हाउस कवि /स्टोरीटेलर शमीर रूबेन, एयर फोर्स पाइलट का पुत्र अपने जीवन में इन्हीं स्थितियों – किसी चीज पर मर-मिटने से सामना कर रहा है, इस अवस्था को दुखद स्थिति बताकर आगे बढ़ता है।
