सी1, ए6: बो-राह आखिरकार हिम्मत जुटाकर खड़े होने का फैसला करती है और हमेशा के लिए जु-वान से खुद से अलग कर लेती है। सू-होक को यह शुभ सूचना देते हुए बो-राह उसे भी अलविदा कह देती है। जब सू-होक को लगने लगा कि वह अब बो-राह से कभी नहीं मिलेगा, तभी बो-राह उससे फिर संपर्क करती है।
