सी1, ए3: वेदांत दादागिरी करने वाले सहपाठी को सबक सिखाता है। सुप्रिया अधिराज की मदद करती है और वो सच की खोज में कोटगिरी जाता है। लेकिन वहाँ उसे ऐसी सच्चाई का सामना करता है जो उसे अपने आखिरी दिन को फिर से जीने के लिए मजबूर कर देती है। अधिराज की ग्लानि का असली कारण सामने आता है। डीन व्यास की प्रतिमा के उदघाटन समारोह में, एक भयानक घटना पूरे स्कूल को सदमे में डाल देती है। वेदांत अधिराज को अपना प्लान बताता है।
