सी1, ए1: एक अपने में खोया बुज़ुर्ग इंसान (बूढ़ा सोढ़ी) अपनी बहन (उर्मिला) और उसके परिवार, सुभाष (उर्मिला का बेटा) और अमर (सुभाष का बेटा) से मिलने सिंगापुर आया है। अपनी बड़ी बहन के ज़िक्र करने पर, बूढ़ा सोढ़ी अपने अतीत में पहुँच जाता है, सन ’42 की वह जंग, जिससे वह भागता आया था। वह सिंगापुर के युद्ध के विवादस्पद नतीजे और ब्रिटिश भारतीय सेना के सैनिकों के भाग्य की कहानी सुनाता है।
