सी1, ए3: बो-राह अब भी नहीं मानती कि जु-वान उसे धोखा दे रहा है, हालाँकि उसने अपनी आँखों से देखा है। वह जु-वान के व्यवहार में औचित्य खोजती है और आशा करती है कि वह उस स्थिति से बाहर आ जाएगा। लेकिन सब कुछ योजना के अनुसार नहीं होता। बो-राह वह सच सुन लेती है जिसे जु-वान छिपा रहा था और इसका बहुत भयानक परिणाम होता है।
