साथिया
"घर से भागना ही एक जोड़े को साथ नहीं रख सकता। प्यार रख सकता है। ज़्यादातर प्रेम कहानियों में शादी मंज़िल होती है, पर सच तो यह है कि शादी बस शुरुआत है। ये आदित्य (विवेक) और सुहानी (रानी मुखर्जी) की कहानी है। यह कहानी वहाँ से शुरू होती है जहां बाक़ी कहानियां ख़त्म होती हैं। यह सफर है उस वक़्त से जब दो लोग एक दूसरे से आकर्षित होने को प्यार समझ बैठते हैं, उस वक़्त तक जब दोनों सच्चे प्यार का मतलब समझते हैं।"
कलाकार रानी मुखर्जी, विवेक ओबेराय, संध्या मृदुल
निर्देशक Shaad Ali