एक ऐसी दुनिया की कल्पना करें जहाँ वैश्विक अंतरिक्ष दौड़ कभी समाप्त नहीं हुई। रॉनल्ड डी. मूर (आउटलैंडर, बैटलस्टार गैलेक्टिका) का इतिहास पर आधारित यह रोमांचकारी "क्या होगा अगर" नज़रिया नासा के अंतरिक्ष यात्रियों और उनके परिवारों के उच्च-दांव वाले जीवन को उजागर करता है।