दहाड़
जब पब्लिक बाथरूम में एक-एक कर कई महिलाएँ रहस्यमयी हालातों में मृत पाई जाती हैं, तब सब-इंस्पेक्टर अंजली भाटी को उनकी जाँच का काम सौंपा जाता है। केस की परतें खुलने के साथ उसे शक होता है कि जो स्पष्ट तौर पर आत्महत्याएँ लग रही थीं वो किसी सीरियल किलर का काम हो सकता है जो खुला घूम रहा है और यहाँ से एक पेशेवर अपराधी और साधारण पुलिस वाले के बीच चूहे बिल्ली का रोचक खेल शुरू होता है।
